भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच तीसरे दिन भी जारी रहा और यह रोमांचक पलों से भरा रहा, जिसने प्रशंसकों को अपनी सीटों से बांधे रखा। जेमी स्मिथ और हैरी ब्रूक दोनों ने शानदार बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया, लेकिन मोहम्मद सिराज ने सबसे शानदार प्रदर्शन किया, जिससे दिन के अंत तक भारत मजबूत स्थिति में पहुंच गया।
सुबह का सत्र: सिराज ने लय बनाई
दिन की शुरुआत भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के साथ हुई, जिन्होंने तुरंत अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। गेंदबाजी की स्थिति सीम मूवमेंट के अनुकूल होने के कारण, सिराज ने मौके का फायदा उठाया और शुरुआती सफलताएं हासिल कीं, जिससे इंग्लैंड का बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ा गया। पहले घंटे में, उन्होंने प्रमुख बल्लेबाजों को आउट कर दिया, जिससे इंग्लैंड 47 रन पर 3 विकेट खोकर संघर्ष कर रहा था। उदाहरण के लिए, सिराज के पहले दो विकेटों में सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली और खतरनाक खिलाड़ी जो रूट का आउट होना शामिल था। गेंद को स्विंग करने और लगातार दबाव बनाए रखने की उनकी बेहतरीन क्षमता ने शुरुआत से ही भारत के पक्ष में रुख मोड़ दिया। मध्य सत्र: स्मिथ और ब्रूक का उदय
शुरुआती हार के बाद, जेमी स्मिथ और हैरी ब्रूक ने मध्य सत्र के दौरान पारी को स्थिर करने के लिए कदम बढ़ाया। यह साझेदारी महत्वपूर्ण साबित हुई क्योंकि उन्होंने 83 रनों की एक मजबूत साझेदारी की, जिसमें उन्होंने वापसी करने का दृढ़ संकल्प दिखाया।
स्मिथ ने समय पर आक्रामकता के साथ सतर्क दृष्टिकोण को जोड़ा, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि वह भारत की सर्वश्रेष्ठ गेंदों का सावधानीपूर्वक बचाव करें। दूसरी ओर, ब्रूक ने 130 से अधिक की स्ट्राइक रेट के साथ निडर होकर खेला, और केवल 34 गेंदों पर 45 रन बनाए। उनके संयुक्त प्रयासों ने इंग्लैंड के प्रशंसकों के लिए उम्मीद जगाई क्योंकि वे अराजकता के बीच फिर से निर्माण करने में सफल रहे।
सिराज ने फिर से जीत हासिल की: खेल बदलने वाला स्पेल
जब ऐसा लग रहा था कि स्मिथ और ब्रूक इंग्लैंड को मुश्किल दौर से सुरक्षित रूप से निकाल लेंगे, तो सिराज ने एक और सफलता हासिल की। उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और उन्होंने स्मिथ और ब्रूक दोनों के विकेट जल्दी-जल्दी चटकाए। स्मिथ का 58 रन पर आउट होना विशेष रूप से नुकसानदेह था, क्योंकि यह एक आशाजनक साझेदारी का अंत था।
सिराज की धारदार गेंदों ने तनाव का माहौल बनाया, जिससे बल्लेबाजों के मन में संदेह पैदा हो गया। दबाव में संयमित रहने और अच्छा प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता ने न केवल उनकी खूब प्रशंसा की, बल्कि भारत के पक्ष में गति भी बदल दी।

इंग्लैंड का पतन: अंतिम घंटा
जैसे-जैसे तीसरा दिन समाप्त होने वाला था, इंग्लैंड की बल्लेबाजी तेजी से खराब होती गई। संभलने के संकेत दिखाने के बाद, टीम ने खुद को 8 विकेट पर 130 रन पर पाया। सिराज की असाधारण गेंदबाजी ने महत्वपूर्ण अंतराल पर विकेट चटकाए और प्रत्येक हार के साथ, शेष बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ता गया।
सिराज के शानदार स्पेल से उत्साहित भारतीय गेंदबाजों ने हर मौके का फायदा उठाना जारी रखा। खेल के अंतिम क्षणों तक, इंग्लैंड का आत्मविश्वास डगमगा गया था और वे कोई भी लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। भारत एक मजबूत स्थिति में था, जो एक बड़ी बढ़त पर नज़र रख रहा था जो बाकी मैच के लिए माहौल तैयार कर सकता था।
अंतिम विचार: सिराज के शानदार प्रदर्शन ने भारत को आगे बढ़ाया
तीसरा दिन कौशल और नाटकीयता दोनों का एक रोमांचक प्रदर्शन साबित हुआ, जिसमें मोहम्मद सिराज की शानदार गेंदबाजी ने मुख्य भूमिका निभाई। जबकि जेमी स्मिथ और हैरी ब्रूक ने सराहनीय बल्लेबाजी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, यह सिराज का प्रभावशाली योगदान था जिसने मैच के संतुलन को काफी हद तक बदल दिया।
चूंकि दोनों टीमें चौथे दिन के लिए तैयार हैं, इसलिए ध्यान अनिवार्य रूप से सिराज और भारत की गेंदबाजी इकाई पर रहेगा। यह टेस्ट मैच एक कठिन चुनौती है, जिससे अगले मैच के लिए उत्सुकता बढ़ गई है। भारत ने लचीलापन दिखाया है, जबकि इंग्लैंड को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए फिर से संगठित होने और अपनी ताकत दिखाने की आवश्यकता होगी। क्रिकेट जगत आगे होने वाले नाटक का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।