Ind vs Eng Highlights: भारत ने इंग्लैंड के जबड़े से छीनी जीत, ओवल टेस्ट छह रन से जीता, सिराज को पांच विकेट

Key Highlights

  • भारत ने ओवल में खेले गए रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को मात्र 6 रनों से हराकर पाँचवाँ टेस्ट जीतकर श्रृंखला 2-2 से बराबर कर ली।
  • मोहम्मद सिराज ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दूसरी पारी में 5 विकेट लिए और उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया।
  • शुभमन गिल ने बल्ले से कमाल दिखाया और श्रृंखला में 750 से ज़्यादा रन बनाए, जबकि जडेजा और सुंदर ने महत्वपूर्ण अर्धशतक लगाए।
  • इंग्लैंड के रूट और ब्रूक ने 195 रनों की साझेदारी करके मैच लगभग अपने नाम कर लिया।
  • बारिश और बादलों भरे मौसम ने रोमांच बढ़ा दिया, लेकिन भारत की अनुशासित गेंदबाज़ी ने जीत हासिल कर ली।
  • इस नतीजे ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका को हिलाकर रख दिया, जिससे इन दोनों टेस्ट दिग्गजों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा का पता चला।

Introduction

लंदन के ओवल में भारत बनाम इंग्लैंड पाँचवाँ टेस्ट किसी क्रिकेट तमाशे से कम नहीं था। श्रृंखला के निर्णायक मोड़ पर पहुँचते ही, भारत बनाम इंग्लैंड दोनों टीमों ने इस अंतिम मुकाबले में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत बनाम इंग्लैंड लाइव स्कोरकार्ड में नाटकीय उतार-चढ़ाव देखने को मिले, जहाँ भारत ने 374 रनों का लक्ष्य रखा और इंग्लैंड 367 रनों पर केवल 6 रन से पिछड़ गया। हर सत्र में प्रशंसक रोमांचित रहे, क्योंकि इस पाँचवें टेस्ट ने अंग्रेजी धरती पर शीर्ष स्तरीय टेस्ट क्रिकेट के जज्बे और धैर्य का परिचय दिया।

भारत vs इंग्लैंड 5th टेस्ट 2025 – अंतिम दिन की शुरुआत

पाँचवें दिन की शुरुआत बेहद तनावपूर्ण रही—भारत को सिर्फ़ 4 विकेट चाहिए थे, जबकि इंग्लैंड को जीत के लिए 34 रन चाहिए थे। ओवल में दबाव साफ़ महसूस किया जा सकता था क्योंकि दोनों टीमें इतिहास रचने पर नज़र गड़ाए हुए थीं। भारत बनाम इंग्लैंड पाँचवाँ टेस्ट अधर में लटक रहा था और हर गेंद अहम थी।

मैच का नतीजा शुरुआती सफलताओं या मज़बूत बल्लेबाज़ी पर निर्भर था। बारिश का ख़तरा था, जिससे माहौल में अनिश्चितता बढ़ गई। सिराज और कृष्णा की अगुवाई में भारतीय गेंदबाज़ों की नज़रें विदेशी धरती पर एक यादगार जीत पर टिकी थीं। वहीं, इंग्लैंड की पुछल्ले बल्लेबाज़ों को घरेलू मैदान पर किसी चमत्कार की उम्मीद थी।

दोनों टीमों की स्थिति और मैच के रुख की झलक

पाँचवें दिन की शुरुआत में, भारत बनाम इंग्लैंड दोनों टीमें मुश्किल में थीं। इंग्लैंड की आखिरी बल्लेबाज़ी जोड़ी क्रीज़ पर थी, और द ओवल में रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करने के लिए सिर्फ़ 34 रनों की ज़रूरत थी। स्कोरकार्ड के अनुसार, इंग्लैंड का स्कोर रातोंरात 339/6 था, और उसे संयम और दृढ़ निश्चय की ज़रूरत थी।

भारतीय गेंदबाज़ों को पता था कि एक तेज़ विकेट जीत के द्वार खोल सकता है। सिराज, जो पहले ही दो विकेट ले चुके थे, एक निर्णायक स्पेल की तलाश में थे। इंग्लैंड के रूट और ब्रूक ने पिछले दिन शानदार बल्लेबाज़ी की थी और मैच का रुख़ मोड़ने वाली 195 रनों की साझेदारी की थी। हालाँकि, ब्रूक के आउट होते ही भारत को एक मौका मिल गया।

निर्णायक प्रदर्शन मोहम्मद सिराज का रहा, जिन्होंने पाँचवें दिन तीन अहम विकेट लिए। उन्होंने जेमी स्मिथ और जेमी ओवरटन को आउट किया, उसके बाद कृष्णा ने जोश टंग को बोल्ड किया। इसके बाद सिराज ने एटकिंसन को बोल्ड करके जीत पक्की कर दी। दूसरी पारी में उनका पाँचवाँ विकेट उनके करियर का सबसे यादगार प्रदर्शन रहा, जिसने उन्हें टेस्ट क्रिकेट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर दिया।

पहले सत्र में शुरुआती ओवरों की अहमियत

भारत बनाम इंग्लैंड पाँचवें टेस्ट मैच के पाँचवें दिन शुरुआती ओवर बेहद अहम थे। भारतीय गेंदबाज़ पूरी एकाग्रता के साथ मैदान पर उतरे, क्योंकि उन्हें पता था कि एक भी विकेट मैच का रुख मोड़ सकता है।

  • सिराज की लगातार गेंदबाज़ी ने जेमी स्मिथ को जल्दी आउट कर दिया, जिससे इंग्लैंड की कमर टूट गई।
  • कृष्णा की सटीक यॉर्कर ने जोश टंग के स्टंप उखाड़ दिए, जिससे इंग्लैंड हार के कगार पर पहुँच गया।
  • बारिश के कारण पिच मुश्किल हो गई, लेकिन भारत ने संयम बनाए रखा और अपनी रणनीति पर कायम रहा।

इंग्लैंड के निचले क्रम ने वापसी की कोशिश की, लेकिन भारत का दबाव और लगातार गेंदबाज़ी हावी रही। जैसे-जैसे विकेट गिरने लगे, दर्शकों ने हर गेंद पर जोश महसूस किया। जब सिराज ने आखिरकार एटकिंसन को आउट किया, तो अंतर केवल 6 रनों का रह गया था। माहौल जोश से भरा था—भारत की यह जीत टेस्ट क्रिकेट में विदेश में उसकी सबसे कम अंतर से मिली जीत थी, जिसने साबित कर दिया कि तनावपूर्ण अंत में अनुशासित शुरुआती स्पेल कितना बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।

निर्णायक मोमेंट्स – कब बदला मैच का माहौल

आखिरी सत्र शुरू होते ही तनाव चरम पर पहुँच गया—भारत को विकेटों की ज़रूरत थी, इंग्लैंड को रनों की। हर गेंद के साथ गति नाटकीय रूप से बदल रही थी। जब सिराज और कृष्णा ने ब्रेकथ्रू हासिल किए, तो पेंडुलम भारत की ओर मुड़ गया।

रूट और ब्रूक की साझेदारी के ज़रिए इंग्लैंड ने लगभग जीत हासिल कर ली थी, लेकिन दिन के अंत में लगातार विकेटों ने किस्मत पलट दी। इस नतीजे ने न सिर्फ़ सीरीज़ 2-2 से बराबर कर दी, बल्कि WTC अंक तालिका में भी बदलाव ला दिया। इस टेस्ट ने दिखाया कि टेस्ट क्रिकेट कितनी तेज़ी से बदल सकता है, और प्रशंसकों को हर पल बांधे रखा।

भारत की ताबड़तोड़ गेंदबाजी और विकेटों की झड़ी

अंतिम सत्र शुरू ही हुआ था तनाव चरम पर पहुँच गया था – भारत को विकेटों की बारिश थी, इंग्लैंड को आक्रमण की। हर गेंद के साथ गति नाटकीय रूप से बदल रही थी। जब सिराज और कृष्णा ने ब्रेक थ्रू हासिल किया, तो पेंडुलम भारत की ओर मुड़ गया।

रूट और ब्रुक की साझेदारी वाले इंग्लैंड ने लगभग जीत हासिल कर ली थी, लेकिन दिन के अंत में कॉन्स्टेंट विकेट ने किस्मत पलट दी। इस नतीजे में न तो सारांश सीरीज 2-2 से बराबर कर दी गई, बल्कि WTC अंक गेम में भी बदलाव ला दिया गया। इस टेस्ट में दिखाया गया है कि टेस्ट क्रिकेट में तेजी से बदलाव किया जा सकता है, और फैंस को हर पल बांधे रखा गया है।

इंग्लैंड के बल्लेबाजों की संघर्षपूर्ण पारियां

भारत बनाम इंग्लैंड पाँचवें टेस्ट में इंग्लैंड के बल्लेबाज़ आसानी से नहीं झुके। शुरुआती विकेट गिरने के बावजूद, रूट और ब्रूक की साझेदारी ने उन्हें मज़बूती दिखाई।

रूट ने पारी को संभाला और दूसरे छोर पर विकेट गिरने के बावजूद अपनी विशिष्ट शांति का परिचय दिया। ब्रूक ने एक कैच छूटने के बाद पलटवार करते हुए सिर्फ़ 98 गेंदों पर 111 रनों की तेज़ पारी खेली। उनकी 195 रनों की साझेदारी ने लगभग भारत से मैच छीन लिया।

हालांकि, ब्रूक के आउट होने के बाद, इंग्लैंड का निचला क्रम बढ़ते दबाव और बिगड़ते मौसम के कारण संघर्ष करता रहा। बादलों और बीच-बीच में बारिश के कारण उनकी लय बिगड़ती दिखी और गेंद ज़्यादा स्विंग करने लगी। फिर भी, उनके प्रयास, खासकर रूट के 105 रनों ने, आखिरी विकेट तक मैच को जीवंत बनाए रखा—जिससे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी इंग्लैंड की प्रसिद्ध जुझारूपन का परिचय मिला।

भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन – सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा

सिराज और कृष्णा की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने टीम की भारत बनाम इंग्लैंड लाइव जीत में अहम भूमिका निभाई। सिराज की गति और नियंत्रण ने इंग्लैंड के शीर्ष और निचले क्रम को झकझोर दिया, जबकि कृष्णा ने दोनों पारियों में महत्वपूर्ण विकेट लेकर लगातार दबाव बनाए रखा।

जब भी इंग्लैंड संभलने की कोशिश करता, इनमें से कोई एक गेंदबाज़ आकर लय वापस भारत की ओर मोड़ देता। अंतिम पारी में उनके कुल नौ विकेटों ने जीत और हार का अंतर पैदा किया। आइए उनके मैच-निर्णायक स्पेल पर विस्तार से नज़र डालते हैं।

मोहम्मद सिराज की कैरियर-बेस्ट फिफर

पाँचवें टेस्ट में सिराज का प्रदर्शन सपनों जैसा था। अपनी निरंतरता के लिए पहले से ही प्रशंसित, उन्होंने उस समय भी कमाल दिखाया जब इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी।

सिराज ने दूसरी पारी में 30.1 ओवर फेंके, 104 रन दिए लेकिन पाँच महत्वपूर्ण विकेट भी लिए।

उनके शिकारों में जेमी स्मिथ, जेमी ओवरटन जैसे प्रमुख खिलाड़ी और गस एटकिंसन का अंतिम विकेट शामिल था जिसने जीत पक्की कर दी।

उन्होंने कुल 20 विकेट लेकर श्रृंखला का समापन सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के रूप में किया। इस स्पेल के लिए उन्हें न केवल प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया, बल्कि दिग्गजों से भी प्रशंसा मिली। जो रूट ने कहा, “सिराज एक अविश्वसनीय गेंदबाज़ हैं—हर कप्तान का सपना।” सिराज की अथक ऊर्जा, गेंद को स्विंग कराने की क्षमता और दबाव में संयम ने भारत की इस ऐतिहासिक श्रृंखला जीत में उनकी विरासत को परिभाषित किया।

प्रसिद्ध कृष्णा के निर्णायक ओवर

फाइववें टेस्ट में सिराज का प्रदर्शन ड्रीम जैसा था। अपने निरीक्षण के लिए पहले से ही प्रशंसित, उन्होंने उस समय भी आश्चर्यजनक प्रदर्शन किया जब इसकी सबसे अधिक बर्बादी हुई थी।

सिराज ने दूसरी पारी में 30.1 ओवर फेंके, 104 रन बनाए लेकिन पांच महत्वपूर्ण विकेट भी लिए।

उनके शिकारों में जेमी स्मिथ, जेमी ओवरटन जैसे प्रमुख खिलाड़ी और गैस एटकिंसन का अंतिम विकेट शामिल था जिन्होंने पाक कर दी जीत हासिल की।

उन्होंने कुल 20 विकेट लेने वाली श्रृंखला का समापन सबसे अधिक विकेट लेने वाले कलाकारों के रूप में किया। इस स्पेल के लिए उन्हें मैच का एकमात्र खिलाड़ी नहीं चुना गया, बल्कि दिग्गजों से भी सराहना मिली। जो रूट ने कहा, “सिराज एक अद्भुत कलाकार हैं- हर कैप्टन का सपना।” सिराज की प्रचुर ऊर्जा, गेंद को स्थिर क्षमता और दबाव में संयम ने भारत की इस ऐतिहासिक श्रृंखला को जीत में उनकी विरासत को परिभाषित किया।

बल्लेबाजों के यादगार शतक और साझेदारियां

भारत बनाम इंग्लैंड पाँचवें टेस्ट के दौरान भारतीय बल्लेबाज़ों ने अहम मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया। शुभमन गिल की निरंतरता कमाल की रही—वह सीरीज़ के शीर्ष स्कोरर रहे। जडेजा और सुंदर ने दबाव के क्षणों में महत्वपूर्ण रन जोड़कर टीम को जीत दिलाई।

दूसरी पारी में उनकी साझेदारियों ने भारत को इंग्लैंड के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने में मदद की। इन योगदानों के बिना, अंतिम अंतर बहुत अलग हो सकता था। अब, आइए उन रनों और साझेदारियों पर गहराई से विचार करें जो सबसे ज़्यादा मायने रखती थीं।

शुभमन गिल, जड़ेजा और सुंदर के रन और योगदान

Gill, Jadeja, and Sundar were crucial to India’s second innings. Here’s a breakdown of their performance:

BatsmanInningsRuns ScoredBalls FacedHighlights
Shubman Gill2nd Innings754 (series)10 innings4 centuries, Player of Series
Ravindra Jadeja2nd Innings5377Vital lower-order runs
Washington Sundar2nd Innings5346Quick fire partnership

पूरी सीरीज़ में गिल के दबदबे ने भारतीय बल्लेबाजी की दिशा तय की। दूसरी पारी में जडेजा और सुंदर के अर्धशतकों ने भारत को संघर्ष का मौका दिया, जिससे बढ़त बनाने और पाँचवें दिन इंग्लैंड को चुनौती देने में मदद मिली। दबाव में उनकी दृढ़ता भारत की अंतिम जीत की रीढ़ बनी।

इंग्लिश बल्लेबाजों की जोड़ी – रूट और ब्रूक की साझेदारी

पाँचवें टेस्ट में इंग्लैंड की उम्मीदें रूट और ब्रूक पर टिकी थीं। उनकी साझेदारी इंग्लैंड के लक्ष्य का पीछा करने की रीढ़ थी, जिसने लगभग भारत से मैच छीन लिया था।

रूट ने एक छोर संभाले रखते हुए 105 रनों की धैर्यपूर्ण और शानदार पारी खेली और निचले क्रम को संभाला। ब्रूक ने एक कैच छूटने के बाद, अपनी लय बदली और सिर्फ़ 98 गेंदों पर 111 रनों की पारी खेली। चौथे विकेट के लिए उनकी 195 रनों की साझेदारी ने इंग्लैंड को तब तक दौड़ में बनाए रखा जब तक ब्रूक एक शॉर्ट बॉल पर आउट नहीं हो गए।

मौसम की रुकावटों को देखते हुए उनकी साझेदारी और भी प्रभावशाली हो गई। जब बादल छाए और बारिश का खतरा मंडरा रहा था, तब भी उनका ध्यान नहीं डगमगाया। हालाँकि, एक बार साझेदारी टूटने के बाद, इंग्लैंड का लक्ष्य बिखर गया, जिसने टेस्ट क्रिकेट में ऐसे खेल-बदलने वाले गठबंधनों के महत्व को उजागर किया।.

मुकाबले में बारिश और मौसम का प्रभाव

भारत बनाम इंग्लैंड पाँचवें टेस्ट में मौसम ने अहम भूमिका निभाई। ओवल में बार-बार बारिश के ब्रेक और बादलों से अनिश्चितता की स्थिति पैदा हुई, जिससे बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही चुनौतीपूर्ण हो गईं।

गेंदबाजों के लिए, नम मौसम ने स्विंग और सीम को बढ़ावा दिया, जिससे बल्लेबाजों के लिए जोखिम बढ़ गया। खेल बार-बार रुका, जिससे लय और रणनीति बिगड़ी। कई बार ऐसा लगा कि बारिश इंग्लैंड के पक्ष में है, जिससे उनके बल्लेबाजों को फिर से एकजुट होने का मौका मिला। हालाँकि, अंत में भारत ने मुश्किल परिस्थितियों का फायदा उठाया और उनके तेज गेंदबाजों ने हर मौके का पूरा फायदा उठाया।

कब-कब रुका खेल और किसका हुआ फायदा

मौसम के कारण मैच में बार-बार रुकावटें आईं—ओवल में भारी और हल्की बारिश हुई। इन रुकावटों ने दोनों टीमों की लय को प्रभावित किया।

इंग्लैंड के महत्वपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए बारिश ने पहले खेल रोक दिया, जिससे उनके बल्लेबाजों को जल्दी विकेट गंवाने के बाद फिर से एकजुट होने का मौका मिला।

बाद में, बादलों से घिरे आसमान ने बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं, क्योंकि हर देरी के बाद गेंद ज़्यादा स्विंग करने लगी।

कुछ सत्रों में, इंग्लैंड के निचले क्रम को रुकावट का फायदा मिला, जबकि अन्य समय में, भारतीय गेंदबाजों ने ताज़ा परिस्थितियों का फायदा उठाया।

Conclusion

इंग्लैंड बनाम भारत 5 टेस्ट 2025 का अंतिम दिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार अनुभव था। दोनों टीमों ने धरती पर शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें भारत की गेंदबाजी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को कड़ी चुनौती दी। मोहम्मद सिराज ने अपनी कैरियर-बेस्ट फिफर लेकर सभी का ध्यान खींचा, जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ने महत्वपूर्ण ओवर फेंककर समीकरण को बदल दिया। इस मैच में बारिश और मौसम का प्रभाव भी साफ नजर आया, जिसने खेल के परिणाम को प्रभावित किया। अंत में, भारत ने अपनी मजबूत रणनीति और सामूहिक प्रयास से जीत हासिल की। इस रोमांचक मुकाबले को देखने वाले सभी फैंस के लिए यह एक अविस्मरणीय क्षण रहा।

Frequently Asked Questions

भारत ने इंग्लैंड 5th टेस्ट 2025 में कैसे जीता?

India clinched victory in the 5th test against England by 6 runs through disciplined bowling in the final innings. Siraj’s five wickets and Krishna’s timely breakthroughs helped dismiss England for 367, while defending a target of 374 as shown in the scorecard.

सिराज के प्रदर्शन की खास बातें क्या रहीं?

Siraj’s standout features in the test included a five-wicket haul in the second innings and four wickets in the first, making him the leading wicket-taker of the series. His pace, swing, and relentless aggression under pressure defined his performance for ind.

सीरीज का फाइनल रिजल्ट क्या रहा और टीमों की रणनीति में कैसा अंतर दिखा?

The series ended tied at 2-2. India focused on disciplined pace bowling and partnerships, while England relied on aggressive batting and counter-attacks. India’s ability to seize key moments with both bat and ball led to their narrow win in the 5th test.

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